कप्तान साहब एक नजर इन अवैध कबाड़ियों पर…..
शिकायत दर्ज करने पर आरटीओ विभाग के अधिकारी कबाड़ियों कार्यवाही के लिए लिखा पत्र जिला प्रशासन को
लगा वर्दी पे दाग कबाड़ी देते हैं महीना हजार रुपए से पंद्रह सौ रुपए
अम्बेडकरनगर । भले ही सूबे की योगी सरकार प्रदेश में अवैध कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई कर रही हो, इसके बावजूद जनपद अम्बेडकरनगर के तहसील जलालपुर ग्राम पंचायत शाहपुर फिरोजपुर पुरवा मलिकपुर छितौनी में लंबे समय से स्थानीय पुलिस के संरक्षण में कबाड़ का अवैध कारोबार तेजी से फल फूल रहा है
सूत्रों की मानें तो इसके एवज में पुलिस व परिवहन विभाग इन कबाड़ कारोबारियों से प्रतिमाह मोटी रकम वसूली भी करता है. इक्का-दुक्का मामला प्रकाश में आने पर भी इसे दबाने और मैनेज करने की कवायद शुरू हो जाती है.
महज अभी कुछ दिन पहले बसखारी गुड्डू कबाड़ी का यह काला कारोबार बसखारी थाने से महज 2 किलोमीटर दूर जलालपुर रोड स्थित मे
कई सौ वर्ग में फैला हुआ है. यहां एक दर्जन से भी अधिक कबाड़ के कारोबारी हैं जो बेरोक-टोक कारोबार कर रहे हैं. गुड्डू कबाड़ी की खबर प्रकाशित होने पर मीडिया कर्मी के घर पर जाकर गुड्डू कबाड़ी पत्रकार को जान से मारने की धमकी दिया था और मीडिया कर्मी ने बसखारी थाने लिखित शिकायत दिया था अपनी जान माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई और बसखारी पुलिस के द्वारा गुड्डू कबड्डी के ऊपर मुकदमा भी पंजीकृत हुआ
पुलिसिया कर्य शैली पर उठे सवाल
कबाड़ी पुलिस एवं आरटीओ में मोटी रकम देकर कबाड़ी अवैध गाड़ियों खरीदा बना रहे स्क्रैप अवैध कारोबार पर क्यों हाथ नहीं डाल रही जनपद अम्बेडकरनगर की पुलिस, जानिए क्या है मामला
इन पर किसी का नियंत्रण न होने से कबाड़ियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कबाड़ी बिना सत्यापन के साइकिल, मोटरसाइकिल, कार, ट्रैक्टर, जीप, ट्रक जैसे कई अन्य छोटे व बड़े वाहनों व अन्य सामानों को बेधड़क खरीद रहे है. पुलिस कबाड़ियों पर नकेल नहीं कस पा रही है. जलालपुर तहसील क्षेत्र में आए दिन साइकिल, बाइक चोरी जैसी कई घटनाएं हो रही है ।
मजे की बात यह है कि जो विडीयो पीले रंग की मैजिक दिखाई पड़ रही 75000 रूपए टेक्स बाकी
मीडिया कर्मी ने आरटीओ विभाग फोन करके जानकारी लिया हुआ बड़ा खुलासा गाड़ी का कगज सिलेंडर हुआ लेकिन टैक्स बाकी आरटीओ विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों अजीबो – गरीब खेला वहीं आरटीओ के जिम्मेदार अधिकारी जन सुचना मांगने पर स्पष्ट लिखा कि जनपद अम्बेडकरनगर में किसी कबाड़ी को गाड़ी काटने एवं स्क्रैप बनाने परमिशन नहीं है। वहीं पर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई कबाड़ियों के ऊपर कार्रवाई करके खड़ी गाड़ियों एवं स्क्रैप को जप्त किए जाए ।
आरटीओ विभाग ने शिकायत के बाद निस्तारण में लिखा कि कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन पत्र भेज दिया गया
आरटीओ विभाग के अधिकारी एवं पुलिस प्रशासन के खेल निराले भगवान भी न जाने
आरटीओ विभाग लिखता है। जनपद अम्बेडकरनगर जिले में किसी कबाड़ी को गाड़ी काटने का परमिशन नहीं है वहीं पर बसखारी पुलिस से शिकायत करने पर जांच करके शिकायत को निस्तारण में लिखा जो बिना काम के सामान है क्रय करते हैं गुड्डू कबाड़ी और साक्ष्य प्रमाण के तौर पर जीएसटी का कागज अपलोड कर दिया गया। यह है बसखारी पुलिस का कारनामा। जब से पुलिस अधीक्षक छह अंबेडकर नगर की कार्यभार संभाले है सबसे जनता में न्याय की आस तो जगी है लेकिन थानों में लूट मची। पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन को पत्र भेजने के बाद आखिर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं
बिना लाइसेंस के चल रहा करोड़ों का धंधा
कबाड़ व्यवसाय के लिए शासन ने कोई स्पष्ट नियम नहीं बनाया है. इसके लिए लाइसेंस जरूरी है. नियम के मुताबिक कबाड़ के व्यवसाय के लिए लाइसेंस होना चाहिए.
कबाड़ व्यवसायियों पर पुलिस कार्यवाही नहीं
कबाड़ व्यवसाय करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने से कबाड़ियों के हौसले बुलंद हैं. ये बेधड़क चोरी के सामानों की खरीद बिक्री में लगे हुए हैं. यदि पुलिस द्वारा इन व्यवसायियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए तो चोरी के कई वाहन व सामान इनके पास से बरामद हो सकता है. अम्बेडकरनगर एसपी डॉ कौस्तुब को मामले को संज्ञान में ले कर कार्यवाही करना चाहिए नहीं तो ऐसे ही सरकार का चूना लगता रहेगा।